अररिया। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद घटना से हिन्दू संगठनों में आक्रोश बढ़ गया है। राष्ट्रीय हिन्दू फ्रंट की बिहार इकाई ने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की असंवेदनशील रवैये पर आक्रोश व्यक्त किया है।फ्रंट ने गृह मंत्री अमित शाह एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलग अलग पत्र प्रेषित कर पश्चिम बंगाल में यथाशीघ्र राष्ट्रपति शासन लगाने के साथ जिहादी घुसपैठिये को अविलंब बाहर निकालने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राष्ट्रीय हिन्दू फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने मुर्शिदाबाद घटना की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि यह कुकृत्य वक्फ संशोधन बिल की आड़ लेकर मुर्शिदाबाद से हिंदुओं की सफाया करने की साजिश का हिस्सा है।उन्होंने कहा कि हर कोई को विरोध प्रदर्शन का अधिकार है, परंतु हिन्दू समुदाय के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नही किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष कुमार ने आक्रोश भरे लहजे में कहा कि बंगाल के मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी की संविधान विरोधी टिप्पणी पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष ने गृहमंत्री, प्रधानमंत्री को प्रेषित पत्र में कहा है कि बंगाल की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है। एक विशेष वर्ग को लगातार निशाना बनाकर उनके प्रतिष्ठानों में लूट, हत्या,आगजनी और दुष्कर्म की घटना को एक विशेष समुदाय के लोग अंजाम दे रहें है। कानून व्यवस्था बनाने में सरकारी तंत्र के पूरी तरह से पंगु हो जाने से उपद्रवियों के हौसले बुलंद है।हिन्दू समुदाय पलायन के साथ अपने ही देश मे शरणार्थी बनकर रहने को विवश है। इसलिए आवश्यक है कि पश्चिम बंगाल की हिन्दू विरोधी ममता बनर्जी सरकार को संविधान में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग कर बर्खास्त कर शीघ्र राष्ट्रपति शासन लगाया जाय।
मौके पर फ्रंट के प्रदेश महासचिव सुबोध मोहन ठाकुर, प्रदेश सचिव सत्यवान मालाकार, जिला संयोजक संदीप कुमार,विपुल सिंह विभाष झ, वीरेंद्र मेहता सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे।
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