स्मार्ट सिटी योजना में कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये के घोटाले के दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर युवा कांग्रेस ने मंगलवार को राजस्थान के अजमेर में जिला कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर विशाल धरना दिया। प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में घुसने की कोशिश की, जिससे वहां तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प, पार्षद बेहोश
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को हटाकर जबरन कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार खोल दिया और कलेक्ट्रेट कक्ष के बाहर पहुंच गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी धक्का-मुक्की हुई। स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। झड़प के दौरान युवा कांग्रेस के कई पदाधिकारी पुलिस से उलझते नजर आए। इस बीच पार्षद के पति ईश्वर राजोरिया बेहोश हो गए, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
जांच नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जनता के पैसे का दुरुपयोग किया गया है और इसमें शामिल अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। युवा कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार जल्द ही जांच कर दोषियों को सजा नहीं देती है तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा। उन्होंने कहा कि लोगों के अधिकारों के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी और न्याय की मांग को लेकर संघर्ष जारी रहेगा।
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