राजसमंद में दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण के प्रयास का मामला सामने आया है। दोनों लड़कियों ने जब अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने कांकरोली थाने में मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने जांच की। परिजनों ने बताया कि जब लड़की मदरसे से पढ़कर घर लौट रही थी तो कार सवार दो लोगों ने उसका मुंह बंद कर अपहरण करने का प्रयास किया। लेकिन तब तक यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था। उन्होंने पीड़िताओं द्वारा बताए गए हुलिए और घटनास्थल की तस्दीक शुरू की। लेकिन इस दौरान पुलिस को कुछ नहीं मिला।
पीड़िता की कहानी पर पुलिस को हुआ शक
कांकरोली थाना प्रभारी हंसा राम ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। हालांकि जब पीड़िताओं ने कहानी बताई तो पुलिस को भी शक हुआ। तब महिला कांस्टेबल दीपिका ने पीड़िताओं को विश्वास में लेकर उनसे बात की और पूरा मामला स्पष्ट हो गया।
दादी को मजाक में फंसाने के लिए रची थी साजिश
दो नाबालिगों ने अपनी दादी को मजाक में फंसाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची। दोनों लड़कियों ने दो युवकों पर अपहरण के प्रयास का झूठा आरोप लगाया। इस बीच मामला इतना गरमा गया कि पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और बहस छिड़ गई।
पुलिस ने पीड़िताओं से पूछताछ शुरू की
पुलिस ने जब दोनों लड़कियों से बारीकी से पूछताछ की तो पता चला कि 12 वर्षीय लड़की ने अपनी दादी से मजाक करने के लिए अपहरण की कहानी गढ़ी थी। एक झूठ बोलने के बाद दोनों लड़कियां अपने परिवार से बचने के लिए लगातार झूठ बोलती रहीं। मामला पूरी तरह से साफ होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
सोशल मीडिया पर खबर फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
लेकिन इस दौरान कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट कर दी, जिससे लोगों में तीखी बहस शुरू हो गई। राजसमंद पुलिस अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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