राजस्थान में चतुर्थ श्रेणी (चपरासी) कर्मचारी भर्ती परीक्षा 19 सितंबर 2025 से शुरू हो गई है। यह परीक्षा 21 सितंबर तक रोजाना दो पारी में आयोजित की जाएगी, जिसमें सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक और फिर दूसरी पारी दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक होगी। राज्य में कुल 53,749 पदों के लिए आवेदन किए गए हैं, जिनमें 24 लाख 75 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हैं।
ओवर क्वालिफाइड अभ्यर्थियों की संख्या
इस परीक्षा में एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है, जिसमें बताया गया है कि 75% अभ्यर्थी ओवर क्वालिफाइड हैं। यानी कि इन अभ्यर्थियों ने ऐसे पदों के लिए आवेदन किया है, जिनकी शैक्षिक योग्यता उनसे काफी कम है। इसका मतलब यह है कि बड़े संख्या में उम्मीदवार ऐसे हैं, जो उच्च शैक्षिक स्तर (ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट) के बावजूद चतुर्थ श्रेणी की भर्ती में हिस्सा ले रहे हैं।
परीक्षा के संचालन में सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) द्वारा आयोजित इस परीक्षा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर उम्मीदवारों की पूरी जांच की जा रही है और नकल की रोकथाम के लिए हर संभव उपाय किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों में उम्मीदवारों को केवल आवश्यक सामग्री जैसे कि प्रवेश पत्र और पहचान पत्र ले जाने की अनुमति है, जबकि बाकी सभी चीजें जैसे बैग, मोबाइल फोन, घड़ी आदि बाहर रखवाने के निर्देश दिए गए हैं।
अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा प्रक्रिया
चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को पहले पारी में परीक्षा देने के बाद परीक्षा केंद्र से बाहर आने पर कुछ खास सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। इस दौरान अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
अंतिम चयन प्रक्रिया
राजस्थान चतुर्थ श्रेणी (चपरासी) भर्ती परीक्षा का चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा के बाद इंटरव्यू और दस्तावेज़ सत्यापन भी होगा। उम्मीदवारों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के बाद अगले चरण के लिए बुलाया जाएगा, जहां उनकी योग्यता के आधार पर अंतिम चयन किया जाएगा।
You may also like
बेथ मूनी ने जड़ा धुआंधार शतक, ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को दिया 413 का लक्ष्य
शरीर के इस हिस्से में दर्द है तो हो सकता है लिवर कैंसर का संकेत; न करें नज़रअंदाज़
प्रेमिका की बेवफाई से टूटा दिल, सरकारी अधिकारी ने लगाई फांसी!
एक ऐसा देश जहाँ दुल्हन की तरह बेच दी जाती है लड़कियां, अजीबोग़रीब है यह परम्परा!
14 लाख हार जान देने वाले यश पर नया खुलासा: 'मां का दबाया था गला, लड़की और 85,000 की घड़ी