कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के द्वारा कर्मचारियों के परिवार वालों को बीमा का लाभ देने के लिए एंप्लॉई डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस (EDLI) स्कीम चलाई जा रही है। जानते हैं यह योजना क्या है और कैसे इसका फायदा कर्मचारियों के परिवारों को मिलता है। यदि किसी कर्मचारी की नौकरी के दौरान मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में उनके परिवार वालों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए इस योजना को डिजाइन किया है।
ईडीएलआई योजना क्या?कर्मचारी डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम का फायदा कर्मचारियों के परिवार वालों को मिलता है। जब कर्मचारी की नौकरी के दौरान मौत हो जाती है तो बीमा की राशि उनके नॉमिनी को दी जाती है। इस योजना के अंतर्गत कर्मचारियों के परिवार वालों को 700000 रुपये तक का बीमा कवरेज प्राप्त हो सकता है। यह योजना निजी क्षेत्र में काम कर रहा है कर्मचारियों के परिवारों को वित्तीय सुरक्षा कवच प्रदान करती है।.
ईडीएलआई योजना के लाभइस योजना के अंतर्गत कर्मचारियों की मृत्यु के बाद नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी को बीमा की राशि का लाभ प्राप्त होता है। 28 अप्रैल 2021 के बाद योजना में हुए बदलाव के अनुसार, कर्मचारियों के परिवारवालों को बीमा की अधिकतम सीमा की राशि 7 लाख रुपये कर दी गई। बिना किसी भी अपवाद के इस योजना में ईपीएफओ के सभी सदस्यों को कवरेज दिया जाता है। यदि किसी ईपीएफओ के मेंबर की विदेश में भी मौत हुई है तो भी उसकी परिवार वालों को इस योजना के अंतर्गत बीमा का लाभ दिया जाता है।
ईडीएलआई में निवेश कौन करता है?इस योजना में कर्मचारियों के द्वारा योगदान नहीं किया जाता है बल्कि नियोक्ता के द्वारा इसमें कंट्रीब्यूशन किया जाता है। नियोक्ता के द्वारा कर्मचारियों की बेसिक सैलरी के 0.5% राशि का योगदान किया जाता है। जो 75 रुपये प्रतिमाह अधिकतम हो सकती है। कर्मचारियों के परिवारों को दिए जाने वाले भुगतान में बोनस की एक निश्चित राशि भी जोड़ी जाती है। इस योजना का लाभ 15000 प्रति माह तक का वेतन पाने वाले सभी कर्मचारियों को मिलता है। कंपनी जाए तो अपने कर्मचारियों के लिए वैकल्पिक रूप से सामूहिक जीवन बीमा पॉलिसी का भी चुनाव कर सकती है।
पात्रताऐसे किसी भी संगठन जहां 20 या उससे अधिक कर्मचारी काम करते हैं उन्हें ईपीएफओ के अंतर्गत पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है। जब किसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो कर्मचारी के उत्तराधिकारी या नॉमिनी के द्वारा सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करके पीएफ खाते में जमा राशि के साथ ही बीमा की राशि का लाभ भी दिया जाता है। यदि नियोक्ता समूह जीवन बीमा योजना के लाभ का चुनाव करते हैं तो वे ईडीएलआई कवरेज से बाहर निकल सकते हैं।
ईडीएलआई योजना क्या?कर्मचारी डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम का फायदा कर्मचारियों के परिवार वालों को मिलता है। जब कर्मचारी की नौकरी के दौरान मौत हो जाती है तो बीमा की राशि उनके नॉमिनी को दी जाती है। इस योजना के अंतर्गत कर्मचारियों के परिवार वालों को 700000 रुपये तक का बीमा कवरेज प्राप्त हो सकता है। यह योजना निजी क्षेत्र में काम कर रहा है कर्मचारियों के परिवारों को वित्तीय सुरक्षा कवच प्रदान करती है।.
ईडीएलआई योजना के लाभइस योजना के अंतर्गत कर्मचारियों की मृत्यु के बाद नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी को बीमा की राशि का लाभ प्राप्त होता है। 28 अप्रैल 2021 के बाद योजना में हुए बदलाव के अनुसार, कर्मचारियों के परिवारवालों को बीमा की अधिकतम सीमा की राशि 7 लाख रुपये कर दी गई। बिना किसी भी अपवाद के इस योजना में ईपीएफओ के सभी सदस्यों को कवरेज दिया जाता है। यदि किसी ईपीएफओ के मेंबर की विदेश में भी मौत हुई है तो भी उसकी परिवार वालों को इस योजना के अंतर्गत बीमा का लाभ दिया जाता है।
ईडीएलआई में निवेश कौन करता है?इस योजना में कर्मचारियों के द्वारा योगदान नहीं किया जाता है बल्कि नियोक्ता के द्वारा इसमें कंट्रीब्यूशन किया जाता है। नियोक्ता के द्वारा कर्मचारियों की बेसिक सैलरी के 0.5% राशि का योगदान किया जाता है। जो 75 रुपये प्रतिमाह अधिकतम हो सकती है। कर्मचारियों के परिवारों को दिए जाने वाले भुगतान में बोनस की एक निश्चित राशि भी जोड़ी जाती है। इस योजना का लाभ 15000 प्रति माह तक का वेतन पाने वाले सभी कर्मचारियों को मिलता है। कंपनी जाए तो अपने कर्मचारियों के लिए वैकल्पिक रूप से सामूहिक जीवन बीमा पॉलिसी का भी चुनाव कर सकती है।
पात्रताऐसे किसी भी संगठन जहां 20 या उससे अधिक कर्मचारी काम करते हैं उन्हें ईपीएफओ के अंतर्गत पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है। जब किसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो कर्मचारी के उत्तराधिकारी या नॉमिनी के द्वारा सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करके पीएफ खाते में जमा राशि के साथ ही बीमा की राशि का लाभ भी दिया जाता है। यदि नियोक्ता समूह जीवन बीमा योजना के लाभ का चुनाव करते हैं तो वे ईडीएलआई कवरेज से बाहर निकल सकते हैं।
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