ज्योतिषी पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के अनुसार, हिंदू धर्म में कई प्राचीन परंपराएं और मान्यताएं हैं, जिनका पालन आज भी किया जाता है। ये मान्यताएं धार्मिक होने के साथ-साथ वैज्ञानिक कारणों पर भी आधारित होती हैं। अक्सर, घर के बड़े-बुजुर्ग विशेष दिनों पर बाल धोने से मना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि मंगलवार, गुरु और शनिवार को बाल धोना उचित नहीं है।
मंगलवार
मंगलवार और गुरुवार को बाल धोने से घर में सुख-समृद्धि में कमी आ सकती है। यह मान्यता है कि इन दिनों बाल धोने से निगेटिव ऊर्जा का संचार होता है। विशेषकर, कुंवारी लड़कियों के लिए यह दिन अशुभ माना जाता है।
शनिवार
शनिवार को बाल धोना दुर्भाग्य लाने वाला माना जाता है। इस दिन बाल धोने से घर में बुरी घटनाएं घटित हो सकती हैं। हालांकि, कुछ लोग मानते हैं कि यह दिन साढ़े साती के प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
गुरुवार
भारत के कई क्षेत्रों में महिलाएं गुरुवार को बाल धोने से बचती हैं, क्योंकि इसे देवी लक्ष्मी और भगवान बृहस्पति का आशीर्वाद खोने का कारण माना जाता है। इस दिन बाल धोने से संपत्ति के नुकसान की कहानियां भी प्रचलित हैं।
विभिन्न धर्मों में अलग-अलग दिनों पर विभिन्न रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है। उदाहरण के लिए, गुरुवार और शनिवार को पुरुषों के लिए दाढ़ी बनाना भी मना है।
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