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पुतिन से मुलाकात के बाद डॉ. जयशंकर ने कहा- दूसरे विश्वयुद्ध के बाद भारत-रूस संबंध दुनिया में सबसे स्थिर

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मास्को, 22 अगस्त (Udaipur Kiran News). भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अहम मुलाकात की. इस बैठक में दोनों देशों के संबंधों की मजबूती और राष्ट्रपति पुतिन की इस वर्ष के अंत में प्रस्तावित भारत यात्रा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई. डॉ. जयशंकर रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को मास्को पहुंचे थे.

क्रेमलिन में पुतिन से मुलाकात से पहले डॉ. जयशंकर ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और प्रथम उप-प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव से भी मुलाकात की. इन बैठकों की तस्वीरें डॉ. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की हैं.

रूसी समाचार एजेंसी तास के अनुसार, पुतिन से मुलाकात के बाद डॉ. जयशंकर ने सर्गेई लावरोव के साथ साझा संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद भारत-रूस संबंध सबसे मजबूत और स्थिर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रूस के साथ रक्षा और सैन्य सहयोग मजबूत है, और रूस संयुक्त उत्पादन व प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के जरिये भारत के ‘मेक इन इंडिया’ लक्ष्य का समर्थन करता है.

रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि दोनों देशों के बीच आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा की गई, जिसमें इस वर्ष के अंत में होने वाली राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की तैयारी भी शामिल है. लावरोव ने भारत-रूस संबंधों को ‘विशेष रणनीतिक साझेदारी’ बताया.

गौरतलब है कि यूक्रेन संकट के बीच 18 अगस्त को राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की थी, जिसमें अलास्का में रूस-अमेरिका सम्मेलन को लेकर चर्चा हुई थी. इससे पहले 7 अगस्त को पुतिन ने भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की थी.

ये मुलाकातें ऐसे समय हो रही हैं, जब अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है. अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि रूस से कच्चा तेल खरीदकर भारत अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध में मदद कर रहा है. यह कदम रूस पर आर्थिक दबाव बनाने के लिए उठाया गया है.

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