चेन्नई, 15 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Friday को तमिल सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत को फिल्म जगत में 50 वर्ष पूरे करने पर बधाई दी और उनकी उल्लेखनीय यात्रा तथा विभिन्न पीढ़ियों के दर्शकों पर उनके काम के स्थायी प्रभाव की प्रशंसा की.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्टर रजनीकांत के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “सिनेमा जगत में 50 शानदार वर्ष पूरे करने पर थिरु रजनीकांत को बधाई. उनकी यात्रा प्रतिष्ठित रही है, उनकी विविध भूमिकाओं ने विभिन्न पीढ़ियों के लोगों के मन पर अमिट छाप छोड़ी है.”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “मैं आने वाले समय में उनकी निरंतर सफलता और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं.”
भारतीय सिनेमा की सबसे प्रसिद्ध हस्तियों में से एक रजनीकांत ने 1975 में के. बालचंदर द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से अपने सिनेमाई सफर की शुरुआत की थी.
पिछले दशकों में उन्होंने तमिल, हिंदी, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में 160 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है और अपनी विशिष्ट शैली, प्रभावशाली स्क्रीन उपस्थिति एवं सभी उम्र के दर्शकों से जुड़ने की क्षमता के लिए ख्याति अर्जित की है.
अपने प्रशंसकों द्वारा प्यार से ‘थलाइवर’ (नेता) कहे जाने वाले 73 वर्षीय सुपरस्टार ने बॉक्स ऑफिस पर कई हिट फिल्में दी हैं, जिनमें ‘बाशा’, ‘एंथिरन’, ‘कबाली’, ‘जेलर’ और ‘रोबोट’ जैसी फिल्में शामिल हैं.
उनकी लोकप्रियता भारत से कहीं आगे तक फैली हुई है, और उनके प्रशंसक जापान, मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों में भी हैं.
अपनी सिनेमाई उपलब्धियों के अलावा, रजनीकांत ने तमिलनाडु के सांस्कृतिक और राजनीतिक विमर्श को भी प्रभावित किया है, उनके सार्वजनिक बयानों और परोपकारी कार्यों ने उनकी प्रतिष्ठित स्थिति में चार चांद लगा दिए हैं.
उनके करियर को आलोचनात्मक प्रशंसा और व्यापक लोकप्रियता, दोनों ही मिले हैं, जिससे वे एक ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जो कला घराने की पहचान और व्यावसायिक स्टारडम के बीच का सेतु बन गए हैं.
सिनेमा जगत में उनके पांच दशक पूरे होने पर उनके सहयोगियों, प्रशंसकों और राजनीतिक नेताओं की ओर से बधाई दी जा रही है.
–
डीकेपी/
You may also like
War 2 Box Office: ऋतिक और Jr NTR की फिल्म ने स्वतंत्रता दिवस पर गाड़ा झंडा! दूसरे दिन की कमाई से 100 करोड़ पार
बाजार की दवा नहीं ये देसी रोटी है हरˈ मर्ज़ की अचूक औषधि – बवासीर रूसी जुकाम और पौरुष शक्ति का समाधान
यहां हर मर्द को करनी पड़ती है दो शादीˈ इनकार करने पर हो जाती है जेल
अलास्का में यूक्रेन युद्ध पर नहीं बनी बात... ट्रंप और पुतिन के बीच 3 घंटे बाद बेनतीजा रही बैठक, भारत की बढ़ सकती है मुश्किल
भोपाल में परिवार की सामूहिक आत्महत्या: एक दुखद घटना की कहानी