नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बीच भारत के लिए एक बहुत अच्छी खबर सामने आई है। इस खबर से ट्रंप प्रशासन की मनमानी को बड़ा झटका जरूर लगेगा। दरअसल, फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर आज से 4 दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। इस यात्रा से ठीक पहले, फिलीपींस के सशस्त्र बलों के प्रमुख (एएफपी), रोमियो ब्राउनर ने बड़ा एलान कर दिया। उन्होंने भारतीय रक्षा उपकरणों की गुणवत्ता और ताकत का हवाला देते हुए कहा कि फिलीपींस भारत से और अधिक हथियार खरीदने पर विचार कर रहा है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मार्कोस की द्विपक्षीय बातचीत के एजेंडे में रक्षा, सुरक्षा और समुद्री सहयोग पर मुख्य फोकस रहेगा।
चीन के खतरे को देखते हुए फिलीपींस कर रहा भारत से डील
वहीं, फिलीपींस को ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों की मौजूदा आपूर्ति के बारे में एक और अपडेट देते हुए, ब्रॉनर ने कहा कि भारत-रूस संयुक्त रूप से विकसित मिसाइल प्रणालियों के दो सेट अगले कुछ वर्षों में फिलीपींस पहुंच जाएंगे। फिलीपींस अपने समुद्री विवाद के कारण, चीनी आक्रामकता को कम करने और विवादित जलक्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारत और जापान जैसे देशों के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाया है।
पीएम नरेंद्र मोदी और मार्कोस द्वारा फिलीपींस की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए रियायती ऋण सहायता, नौसैनिक संपत्तियों के अधिग्रहण और समुद्री सुरक्षा पर प्रशिक्षण और संयुक्त अभ्यास के विस्तार के लिए भारत की पेशकश पर भी चर्चा किए जाने की उम्मीद है। मनीला के अनुसार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कानून और संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में छह समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
क्यों विशेष है भारत-फिलिपींस के रिश्ता
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंध नवंबर 1949 से चलते आ रहे हैं। दोनों देशों ने व्यापार, निवेश, समुद्री सहयोग, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, और डिजिटल तकनीक जैसे कई क्षेत्रों में मजबूत साझेदारी बनाई है। विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि फिलीपींस के साथ भारत के रिश्ते "एक्ट ईस्ट" नीति, समुद्र क्षेत्र की रणनीतिऔर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के दृष्टिकोण का अहम हिस्सा हैं।
चीन के खतरे को देखते हुए फिलीपींस कर रहा भारत से डील
वहीं, फिलीपींस को ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों की मौजूदा आपूर्ति के बारे में एक और अपडेट देते हुए, ब्रॉनर ने कहा कि भारत-रूस संयुक्त रूप से विकसित मिसाइल प्रणालियों के दो सेट अगले कुछ वर्षों में फिलीपींस पहुंच जाएंगे। फिलीपींस अपने समुद्री विवाद के कारण, चीनी आक्रामकता को कम करने और विवादित जलक्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारत और जापान जैसे देशों के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाया है।
पीएम नरेंद्र मोदी और मार्कोस द्वारा फिलीपींस की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए रियायती ऋण सहायता, नौसैनिक संपत्तियों के अधिग्रहण और समुद्री सुरक्षा पर प्रशिक्षण और संयुक्त अभ्यास के विस्तार के लिए भारत की पेशकश पर भी चर्चा किए जाने की उम्मीद है। मनीला के अनुसार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कानून और संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में छह समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
क्यों विशेष है भारत-फिलिपींस के रिश्ता
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंध नवंबर 1949 से चलते आ रहे हैं। दोनों देशों ने व्यापार, निवेश, समुद्री सहयोग, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, और डिजिटल तकनीक जैसे कई क्षेत्रों में मजबूत साझेदारी बनाई है। विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि फिलीपींस के साथ भारत के रिश्ते "एक्ट ईस्ट" नीति, समुद्र क्षेत्र की रणनीतिऔर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के दृष्टिकोण का अहम हिस्सा हैं।
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