भागदौड़ भरी जीवनशैली के कारण छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। समय रहते शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान न देना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और किडनी से जुड़ी गंभीर समस्याएं पैदा होने लगी हैं। किडनी में पथरी होने के बाद पेट में दर्द, पेट में दर्द, पेशाब के दौरान जलन, कमर दर्द, अचानक पेट दर्द, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में थकान आदि लक्षण शरीर में देखने को मिलते हैं। हाल ही में किडनी में पथरी की समस्या बढ़ने लगी है। ऐसे में दवा से लेकर पेनकिलर गोलियों का सेवन किया जाता है। लेकिन पेनकिलर गोलियों के लगातार सेवन से किडनी फेल हो जाती है। आज हम आपको किडनी में जमा स्टोन को निकालने के लिए किस ड्रिंक का सेवन करना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। अगर आप नियमित रूप से इस ड्रिंक का सेवन करेंगे तो किडनी में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाएंगे।खूब सारा पानी पीओ:अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी पिएँ। पानी पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और शरीर डिटॉक्सीफाई हो जाता है। गुर्दे की पथरी को घोलने के लिए खूब पानी पिएँ। इससे गुर्दे की पथरी मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाती है। यह खनिजों को भी घोलता है और पथरी की संख्या को कम करता है।नींबू का रस:विटामिन सी से भरपूर नींबू का रस शरीर से अशुद्धियाँ बाहर निकालने में मदद करता है। गुर्दे से खनिज और लवण निकालने के लिए खाली पेट नींबू का रस पिएँ। नियमित रूप से नींबू का रस पीने से गुर्दे की पथरी गल जाती है।अनार का रस:लंबे समय तक स्वस्थ रहने के लिए अनार का जूस या अनार के दाने ज़रूर खाएँ। अनार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स पेशाब में क्रिस्टल को कम करते हैं। इसके अलावा, यह शरीर को नए स्टोन से भी बचाते हैं। अगर आपको अक्सर पेट दर्द रहता है, तो नियमित रूप से सुबह अनार का जूस पिएँ। इसके अलावा, अनार खाने से शरीर में आयरन की कमी पूरी होती है और स्वास्थ्य बेहतर होता है।अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (संबंधित प्रश्न)गुर्दे की पथरी क्या है?गुर्दे की पथरी, जिसे गुर्दे की पथरी या रीनल कैलकुली भी कहा जाता है, गुर्दे में बनने वाले क्रिस्टलीय कण होते हैं। जब मूत्र में खनिज और लवण अधिक और तरल पदार्थ कम होते हैं, तो ये कण आपस में चिपककर कठोर पथरी का निर्माण करते हैं।गुर्दे की पथरी के लक्षण क्या हैं?पीठ, पेट या उदर में तेज़ दर्द। पेशाब में खून। मतली और उल्टी। बुखार और ठंड लगना।गुर्दे की पथरी के क्या कारण हैं?शरीर में पानी की मात्रा कम होने पर गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ जाता है। बहुत ज़्यादा सोडियम (नमक) और पशु प्रोटीन का सेवन। कुछ मामलों में, ऑक्सालेट से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन।
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