एक ज़माना था जब'हमारा बजाज'की धुन हर घर में गूंजती थी। उसी भरोसे को इलेक्ट्रिक अवतार में वापस लाने वाला बजाज का ई-चेतक स्कूटर पिछले कुछ समय से सड़कों से गायब सा हो गया था। जिन लोगों ने इसे बुक किया था,वे बेसब्री से इसकी डिलीवरी का इंतज़ार कर रहे थे,लेकिन कंपनी ने इसका उत्पादन और डिलीवरी अचानक रोक दी थी। पर अब उन सभी इंतज़ार करने वालों के लिए एक बड़ी ख़ुशख़बरी है। बजाज ऑटो ने ऐलान किया है कि ई-चेतक की डिलीवरी फिर से शुरू कर दी गई है।आख़िर क्यों रुका था चेतक का सफ़र?दरअसल,इस रुकावट के पीछे की वजह भारत में नहीं,बल्कि हज़ारों किलोमीटर दूर चीन और अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वॉर था। इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मोटर में एक ख़ास तरह का'दुर्लभ खनिज मैग्नेट'इस्तेमाल होता है। इसका सबसे बड़ा सप्लायर चीन है। अमेरिका से बढ़ते तनाव के चलते चीन ने इसके निर्यात पर पाबंदी लगा दी,जिससे दुनिया भर में इसकी कमी हो गई।इसका सीधा असर भारत की इलेक्ट्रिक गाड़ियों और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री पर पड़ा। बजाज ऑटो को भी इस मैग्नेट की कमी का सामना करना पड़ा,जिसके चलते उन्हें मजबूरन जुलाई में चेतक का उत्पादन50%तक घटाना पड़ा था। हालात इतने बिगड़ गए थे कि जहाँ एक समय कंपनी महीने में34,000से ज़्यादा स्कूटर बेच रही थी,वहीं जुलाई आते-आते यह आंकड़ा20,000से भी नीचे चला गया था।त्योहारों से ठीक पहले लौटी रौनकलेकिन अब बजाज ने इस समस्या का हल निकाल लिया है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया है कि उन्होंने इस ख़ास मैग्नेट और दूसरे ज़रूरी कच्चे माल का पर्याप्त इंतज़ाम कर लिया है,ताकि त्योहारों के सीज़न में ग्राहकों को कोई परेशानी न हो।20अगस्त से स्कूटरों की शिपमेंट दोबारा शुरू हो गई है और डीलर्स पर चेतक फिर से पहुँचने लगा है।कंपनी का कहना है कि चेतक की मांग बाज़ार में बहुत मज़बूत है और अब सप्लाई सामान्य हो जाने से वे ग्राहकों की बढ़ती मांग को आसानी से पूरा कर पाएँगे। यह ख़बर न सिर्फ़ ग्राहकों के लिए,बल्कि भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल बाज़ार के लिए भी एक अच्छा संकेत है,जो धीरे-धीरे विदेशी सप्लाई चेन पर अपनी निर्भरता कम करने के रास्ते तलाश रहा है।
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