रियाद। पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने पूरी तरह मोर्चा खोल दिया है। ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान के आतंकियों और सेना को सबक सिखाने के बाद अब भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साथ लाने के लिए अलग-अलग देशों में अपने 7 प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं। भारत के भेजे प्रतिनिधिमंडलों ने अपने दौरे में पाकिस्तान को आर्थिक चोट देने के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को फिर से डाले जाने में साथ देने को कहा है। सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में शामिल असदुद्दीन ओवैसी ने भी बुधवार को कहा कि पाकिस्तान को एक बार फिर एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालना चाहिए। बता दें कि पाकिस्तान 2018 से 2022 तक एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में था।
एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में फिर से लाने पर ही आतंकी संगठनों को मिल रहे पैसे पर रोक लग सकेगी। उन्होंने कहा कि जब आसिम मुनीर को पाकिस्तान में फील्ड मार्शल बनाया गया, तब उसके साथ अमेरिका की सरकारी की ओर से घोषित मोहम्मद अहसान नाम का आतंकी बैठा था। ओवैसी ने कहा कि आतंकी और मुनीर की हाथ मिलाते हुए तस्वीर भी है। उन्होंने कहा कि ये साफ सबूत है कि आतंकवादियों और पाकिस्तान की सरकार में मिलीभगत है। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी फल-फूल रहे हैं, भारत में अस्थिरता फैलाने और हिंदू-मुस्लिम दंगे कराने की साजिश के तहत आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
#WATCH | Riyadh, Saudi Arabia | AIMIM chief and MP Asaduddin Owaisi says, "...Pakistan must be brought back to the FATF grey list. That is where we will be able to control this terror financing of all these terrorist organisations. When this person (Asim Munir) was made a Field… pic.twitter.com/bGz9R8BZfS
— ANI (@ANI) May 28, 2025
बता दें कि जब 6/7 मई 2025 की दरम्यानी रात भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमले में दर्जनों दहशतगर्दों को मार दिया था, उसके बाद एक जगह इन आतंकियों का नमाज-ए-जनाजा पढ़ाते हुए अंतरराष्ट्रीय आतंकी हाजी अब्दुल रऊफ भी दिखा था। वहां पाकिस्तान की सेना और प्रशासन के बड़े अफसर भी मौजूद थे। पाकिस्तान की सरकार ने दावा किया था कि हाजी अब्दुल रऊफ आतंकी नहीं सामान्य नागरिक है, लेकिन दस्तावेजों से पाकिस्तान की सरकार का ये दावा फुस हो गया। पाकिस्तान की सरकार ने एलान किया है कि मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा, मुजफ्फराबाद में हिजबुल मुजाहिदीन और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के जिन मुख्यालयों को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त किया, उनको फिर से बनवाया जाएगा। ये भी साफ सबूत है कि पाकिस्तान की सरकार और आतंकियों के बीच कितनी गहरी यारी है।
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