जिले में बुधवार को एक दुर्लभ और दुखद घटना सामने आई, जब कार चलाते समय एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई। घटना के दौरान गाड़ी तेजी से डिवाइडर पर चढ़कर दूसरी ओर उतर गई, जिससे राहगीरों में शुरुआती क्षणों में हड़कंप मच गया।
सूत्रों के अनुसार, हादसे की जानकारी राहगीरों को तब हुई जब उन्होंने देखा कि कार असामान्य तरीके से डिवाइडर पर चढ़ गई और दूसरी तरफ उतर गई। पास जाकर देखा तो गाड़ी में ड्राइवर की सीट पर 55 वर्षीय अर्जुन गुंजल बैठे थे। उनके सीने में लगातार दर्द उठ रहा था और वे अपनी स्थिति के बारे में कुछ बता नहीं पा रहे थे।
राहगीरों ने तुरंत अर्जुन गुंजल को पास के अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। प्राथमिक जानकारी के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि चालक की मृत्यु हार्ट अटैक के कारण हुई।
इस दुर्घटना के पहले राहगीरों को लगा कि गाड़ी चालक नशे की हालत में गाड़ी चला रहा है और यही वजह थी कि वाहन डिवाइडर पर चढ़कर दूसरी ओर उतर गया। बाद में जब स्थिति स्पष्ट हुई कि अर्जुन गुंजल की मृत्यु हृदय गति रुकने के कारण हुई, तो लोगों में राहत और शोक दोनों की स्थिति बनी।
विशेषज्ञों का कहना है कि वाहन चलाते समय सदैव स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। विशेषकर उम्रदराज लोगों को ड्राइविंग करते समय नियमित स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए, ताकि किसी अचानक स्वास्थ्य समस्या से बचा जा सके।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि यह हादसा स्वाभाविक मृत्यु से संबंधित है और गाड़ी चालक की मृत्यु के कारण किसी प्रकार का वाहन दुर्घटना या किसी अन्य व्यक्ति पर आरोप नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान दुर्घटना के सभी पहलुओं का अध्ययन किया गया और कोई आपराधिक संलिप्तता नहीं पाई गई।
परिवार और परिचितों ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उनका कहना है कि अर्जुन गुंजल हमेशा सावधान और जिम्मेदार चालक रहे हैं, और यह हादसा उनके परिवार और दोस्तों के लिए बेहद दुखद और अप्रत्याशित था।
विशेषज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि ड्राइविंग के दौरान स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है। किसी भी अस्वस्थता के संकेत दिखाई देने पर वाहन चलाने से बचें और तुरंत चिकित्सीय सहायता प्राप्त करें।
इस प्रकार, जिले में हुए इस हादसे ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि वाहन चलाते समय स्वास्थ्य और सतर्कता सर्वोपरि है। अर्जुन गुंजल की अचानक मृत्यु न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए भी चेतावनी का सबक है कि स्वास्थ्य की अनदेखी कभी-कभी घातक परिणाम ला सकती है।
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