Next Story
Newszop

हर जिले में 5 नई कंपनी, 100 लोगों को रोजगार… नवादा में लेट्स इंस्पायर बिहार स्टार्ट-अप समिट में टारगेट सेट

Send Push

नवादा स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में रविवार को 'लेट्स इंस्पायर बिहार कैंपेन (एलआईबी)' के तहत 'स्टार्ट-अप एंड बिजनेस समिट 2025' का आयोजन किया गया। इसका आयोजन LIB और कॉलेज के स्टार्टअप सेल के प्रयासों से किया गया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ आईपीएस एवं लेट्स इंस्पायर बिहार के संस्थापक विकास वैभव ने कहा कि इस अभियान के तहत जिला मुख्यालयों में स्टार्ट-अप सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य बिहार में व्यापक उद्यमिता क्रांति लाना है।

आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि इससे बिहार में ही रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे। बिहार के लोगों को शिक्षित और कुशल बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक व्यापक इकोसिस्टम बनाने की जरूरत है। इसमें युवा स्वरोजगार, स्टार्टअप, उद्यम और व्यवसाय की ओर अग्रसर होते हैं। उन्हें हर संभव सहायता एवं मार्गदर्शन दिया जाएगा। इस अभियान के तहत 2028 तक बिहार के हर जिले में कम से कम 5 स्टार्टअप स्थापित करने का लक्ष्य है।

हमें नौकरी चाहने वालों की बजाय 'नौकरी देने वाले' बनना होगा - वैभव
विकास वैभव ने इस अवसर पर सभी से कहा, 'हमारा सपना 2047 तक ऐसा विकसित बिहार स्थापित करना है कि शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के लिए किसी को कहीं और जाने की जरूरत न पड़े।' वर्तमान में बिहार की लगभग 140 मिलियन की आबादी में से 90 मिलियन लोग 30 वर्ष से कम आयु के हैं। अगर हमें एक विकसित बिहार बनाना है, तो हमें अगले दो दशकों में 9 करोड़ से अधिक रोजगार सृजित करने के बारे में सोचना होगा और सकारात्मक प्रयास करने होंगे। ,

उन्होंने कहा कि आज प्रति व्यक्ति आय के मामले में बिहार भारत का सबसे पिछड़ा राज्य बन गया है, जहां एक महीने में प्रति व्यक्ति आय मात्र 5028 रुपये है। जबकि सिक्किम में 48,979, दिल्ली में 38,493, तेलंगाना में 29,714, केरल में 23,417, महाराष्ट्र में 23,134, गुजरात में 22,704 और आंध्र प्रदेश में 20,207 है। आईपीएस ने कहा कि बिहार की विकास दर फिलहाल 14.5% है, जो काफी सुखद है। लेकिन अगर बिहार 15% की दर से भी विकास करता रहा तो भी 10 वर्षों में यह केवल 20,000 के आसपास ही रहेगा। स्टार्ट-अप शिखर सम्मेलन नवादा

आईपीएस ने कहा कि ऐसे में यह स्पष्ट है कि यदि हम मौजूदा दर से भी विकास करते रहे तो भी लक्ष्य से काफी पीछे रहेंगे। जब तक हम बिहार में उद्यमिता क्रांति लाने के लिए काम नहीं करेंगे, हम अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे। इसके लिए हमें जाति, धर्म, लिंग भेद और वैचारिक भेदभाव से ऊपर उठकर काम करना होगा। हमें न केवल अपने युवाओं को बड़ी संख्या में ‘नौकरी चाहने वालों’ के बजाय ‘नौकरी देने वाले’ बनने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है, बल्कि हमें एक ऐसा इकोसिस्टम भी बनाने की जरूरत है जिसमें हमारे स्टार्ट-अप्स बड़ी संख्या में सफल हो सकें।

बिहार उद्यमिता क्रांति लाने की ओर अग्रसर है
लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के तहत 2028 तक प्रत्येक जिले में कम से कम 5 ऐसे स्टार्ट-अप स्थापित करने का लक्ष्य है, जो 100 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे। इस अभियान के तहत अब तक 3 स्टार्ट-अप स्थापित किए जा चुके हैं। हाल ही में 13 अप्रैल को जमुई में तथा 25 मार्च से 3 मई तक टीएनबी कॉलेज, भागलपुर में उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इससे पहले 2022 और 2024 में पटना में स्टार्ट-अप समिट का आयोजन किया गया। पिछले वर्ष दिसंबर में दिल्ली के भारत मंडपम में बिहार @ 2047 विजन कॉन्क्लेव-2 का आयोजन किया गया।

Loving Newspoint? Download the app now