नैनीताल, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Uttarakhand के उच्च शिक्षा जगत के लिए यह एक बड़ा समाचार है. राज्य सरकार ने कुमाऊँ विश्वविद्यालय को तीसरे परिसर की स्थापना के लिए नैनीताल जनपद के पटवाडांगर क्षेत्र में 26.4 एकड़ भूमि हस्तांतरित कर दी है. यह भूमि अब विधिवत रूप से विश्वविद्यालय के नाम दर्ज हो चुकी है तथा राजस्व से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं.
कुलपति प्रो. दीवान रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय का तीसरा परिसर शीघ्र ही मेरु योजना के अंतर्गत पटवाडांगर में विकसित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है, बल्कि प्रदेश में उच्च शिक्षा और अनुसंधान के नए आयाम भी स्थापित करेगी. प्रो. रावत ने Chief Minister पुष्कर सिंह धामी के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता Chief Minister की शिक्षा के प्रति दूरदर्शी सोच और सतत सहयोग का परिणाम है.
उन्होंने बताया कि नये परिसर में चार प्रमुख विभागों-हिमालयी औषधीय पौधों में उत्कृष्टता केंद्र, जैव चिकित्सा विज्ञान संकाय, नैनो प्रौद्योगिकी विभाग तथा उन्नत संगणना एवं केंद्रीकृत उपकरण सुविधा केंद्र की स्थापना की योजना बनाई गई है. ये विभाग औषधीय पौधों के अनुसंधान, आधुनिक चिकित्सा विज्ञान, तकनीकी नवाचार तथा उच्च स्तरीय वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देंगे. प्रो. रावत ने विश्वास जताया कि यह नया परिसर कुमाऊँ के युवाओं के लिए शिक्षा, अनुसंधान और रोजगार के नए द्वार खोलेगा तथा विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर अनुसंधान-आधारित शिक्षण संस्थान के रूप में और अधिक सशक्त बनाएगा.
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
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