बीकानेर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । विद्या भारती के तत्वावधान में संचालित आदर्श शिक्षा संस्थान के 23 विद्यालयों का सामूहिक आचार्य सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ। समापन समारोह में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. अखिल रंजन गर्ग, अणुव्रत समिति गंगाशहर के प्रदीप लोढ़ा, विद्या भारती किशोर प्रांत के संरक्षक नंदकिशोर सोनी, संस्कृति बोध परियोजना प्रमुख किशना राम और जिला सचिव मूलचंद सारस्वत मौजूद रहे।
जिला सचिव मूलचंद सारस्वत ने आचार्य सम्मेलन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। किशना राम ने बताया कि हमें ऐसी युवा पीढी का निर्माण करना है, जो हिंदुत्व निष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हो तथा जो जीवन की वर्तमान चुनौतियों का सामना सफलता पूर्वक कर सके। ऐसे युवाओं का निर्माण करना है, जो समाज को शोषण एवं अन्याय से मुक्त कराकर ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का भाव उत्पन्न कर एक ‘सुदृढ़ राष्ट्र’ का निर्माण कर सके। इस दौरान जिले के सभी विद्या मंदिरों के सेवाकर्मियों को प्रतीक चिह्न के रूप में चांदी का सिक्का देकर उनका सम्मान किया।
कुलगुरु गर्ग ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक अद्भुत शिक्षा नीति है। इससे बालक का सर्वांगीण विकास संभव है। हमारी शिक्षा मातृभाषा में ही हो, क्योंकि मातृभाषा में जो शिक्षण होता है वह त्वरित गति से होता है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के 8 विभागों के बारे बताया। नोखा संकुल में कार्यरत आचार्य दीदी-भैया जी को पुरुस्कृत किया गया। प्रांत संरक्षक नंदकिशोर सोनी का पाथेय प्राप्त हुआ। अंत में वन्देमातरम से कार्यक्रम का समापन हुआ। जिले के प्रचार प्रमुख घनश्याम व्यास ने विभिन्न जानकारी दी।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
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