जयपुर, 03 सितंबर (Udaipur Kiran) । बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान में अगले चार दिन तक लगातार बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान, केंद्र जयपुर ने 3 सितंबर को झालावाड़, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं चित्तौड़गढ़, बूंदी, कोटा, बारां, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा और अलवर में यलो अलर्ट घोषित किया गया है। बुधवार सुबह राजधानी जयपुर सहित कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया।
भारी बारिश के कारण प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हादसे भी हुए। दौसा के लालसोट में नालावास डैम टूटने से सैकड़ों लोग बांध के पानी में फंस गए। इसका असर जयपुर जिले के कई गांवों पर पड़ा और कोटखावदा व चाकसू तहसील के पांच से अधिक गांव जलमग्न हो गए। प्रतापगढ़ में एक शिक्षक पुलिया से गिरकर माही नदी में बह गया। सवाई माधोपुर में स्टंट कर रहा युवक बांध में समा गया। जोधपुर के तिंवरी क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक मकान ढह गया।
पाली जिले के सोजत-बिलाड़ा स्टेट हाईवे पर मंडला गांव के पास नदी का पानी ऊपर आने से मार्ग डूब गया और एक ट्रक पानी में फंस गया। जालोर के आहोर में सोमवार शाम तीन बाइक सवार बरसाती नाले में बह गए, जिनमें से दो को बचा लिया गया, जबकि एक की तलाश अभी जारी है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। दौसा के नांगल राजावतान में 53 मिमी, रामगढ़ पचवारा में 50 मिमी, राहुवास में 31 मिमी और लवाण में 30 मिमी पानी गिरा। भरतपुर के सीकरी और नदबई में 29-29 मिमी, नागौर के नावां में 35 मिमी, जयपुर के तूंगा में 34 मिमी, करौली के सपोटरा में 30 मिमी, अलवर के तिजारा में 25 मिमी, गोविंदगढ़ में 32 मिमी और बहरोड़ में 29 मिमी वर्षा दर्ज हुई। बारां के शाहबाद में 33 मिमी, सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी में 34 मिमी और तलवाड़ा में 30 मिमी बरसात हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में मानसून ट्रफ बीकानेर, जयपुर, दतिया, सीधी और पुरी होते हुए बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इसके अलावा एक अन्य ट्रफ पंजाब, हरियाणा और उत्तर-पूर्वी राजस्थान से गुजर रही है। मंगलवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना लो-प्रेशर सिस्टम अगले कुछ दिनों तक सक्रिय रहेगा, जिसके चलते प्रदेश में 7 सितंबर तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
—————
(Udaipur Kiran)
You may also like
गाँव के छोर` पर बंसी काका रहते थे। उम्र ढल चुकी थी, मगर हिम्मत अब भी बैल जैसी थी। बेटे शहर का रुख कर चुके थे, खेत-खलिहान भी धीरे-धीरे बिक-बिक कर कम हो चले थे। अब उनके पास बस एक कच्चा मकान था, थोड़ा-सा आँगन और उनकी सबसे बड़ी साथी—बकरी लाली
`रेप` सीन के` बाद 3 दिन तक रोती रहीं माधुरी दीक्षित से लेकर रवीना टंडन तक सेट पर 10 मर्द मिलकर….
दिन भर उतार-चढ़ाव के बाद सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 715 अंक लुढ़का
चार्टर्ड स्पीड ने 855 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए दाखिल किया डीआरएचपी
बिहार में एनडीए को मिल रहा भारी समर्थन, कांग्रेस फूहड़पन पर उतर आई : उपेंद्र कुशवाहा