मथुरा के मशहूर संत प्रेमानंद महाराज न सिर्फ हिंदू समाज में, बल्कि मुस्लिम समुदाय में भी खासे लोकप्रिय हैं। उनकी सादगी, प्रेम और इंसानियत का पैगाम हर किसी का दिल जीत लेता है। यही वजह है कि जब उनकी तबीयत खराब होने की खबर सामने आई, तो मुस्लिम समाज उनके लिए दुआ करने में जुट गया। अजमेर और निजामुद्दीन की दरगाहों से लेकर सऊदी अरब की मदीना मस्जिद तक, हर जगह उनके लिए दुआएं मांगी जा रही हैं।
बैतूल की दरगाह में अनोखा नजारामध्य प्रदेश के बैतूल से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो दिल को छू लेती है। गुरुवार को बैतूल जिले की मशहूर पहलवान बाबा की दरगाह पर मुस्लिम समुदाय के लोग प्रेमानंद महाराज की तस्वीर और चादर लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले कुरान शरीफ की तिलावत की। इसके बाद सबने एकसाथ प्रेमानंद महाराज की सेहत और लंबी उम्र के लिए अल्लाह से दुआ मांगी। इतना ही नहीं, महाराज के नाम पर पहलवान बाबा की मजार पर एक चादर भी चढ़ाई गई।
प्रेमानंद महाराज का संदेश: मोहब्बत और इंसानियतइस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि प्रेमानंद महाराज जैसे संत समाज को जोड़ने का काम करते हैं। वे हर धर्म का सम्मान करते हैं और इंसानियत को सबसे ऊपर रखते हैं। यही वजह है कि आज हम सब उनकी सेहत के लिए दुआ करने आए हैं। प्रेमानंद महाराज हमेशा से प्रेम, भाईचारा और आपसी मेलजोल का संदेश देते रहे हैं। उनकी शिक्षाएं सिखाती हैं कि मोहब्बत ही ईश्वर तक पहुंचने का रास्ता है और इंसान की सेवा ही सच्ची इबादत है।
इंसानियत की मिसालबैतूल में मुस्लिम समुदाय की यह पहल न सिर्फ इंसानियत की मिसाल है, बल्कि यह प्रेमानंद महाराज के उन विचारों को भी सलाम करती है, जो वे अपनी जिंदगी में फैलाते रहे हैं। यह नजारा दिखाता है कि जब दिलों में मोहब्बत हो, तो नफरत की हर दीवार अपने आप ढह जाती है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि प्रेम और भाईचारे का संदेश ही समाज को एकजुट कर सकता है।
You may also like

जीवित बच्चे देने वाले 'सांप' ने उड़ाई नींद! 'अकेली' रसेल वाइपर ने डिब्बे में 48 सपोलों को दिया जन्म

पंजाब: मोगा में नशा तस्करों की अवैध इमारत पर चला बुलडोजर

सोनी राजदान बर्थडे: 'आहिस्ता-आहिस्ता' से शुरू हुआ बॉलीवुड का सफर शादी के बाद थमा, 62 की उम्र में पूरी की बेटी संग काम की ख्वाहिश

एक चम्मच कपूर का तेल जो आपकी सेहत से जुड़े कई` रोगों को देगा अलविदा पढ़ें खास तरीके और लाभ

नारनौल: राजस्थान के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करेगी केंद्रीय विवि की टीम




