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Vastu For Fish Aquarium : घर में फिश एक्वेरियम रखने से पहले जान लें ये वास्तु नियम, वरना होगा नुकसान

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Vastu For Fish Aquarium : घर को सुंदर और शांत बनाने के लिए लोग तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं। इनमें से एक है फिश एक्वेरियम, जो न सिर्फ घर की सजावट को बढ़ाता है, बल्कि मन को भी सुकून देता है। मछलियों का पानी में तैरना देखकर एक अलग ही शांति का एहसास होता है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से फिश एक्वेरियम रखना आपके लिए शुभ है या अशुभ? आज हम इस सवाल का जवाब ढूंढेंगे और जानेंगे कि वास्तु में इसके बारे में क्या कहा गया है। तो चलिए, इस रोचक जानकारी की यात्रा शुरू करते हैं।

फिश एक्वेरियम और वास्तु का कनेक्शन

वास्तु शास्त्र में हर चीज का अपना महत्व होता है, चाहे वो घर का दरवाजा हो या कोई सजावटी सामान। फिश एक्वेरियम को लेकर भी वास्तु के कुछ खास नियम हैं। ऐसा माना जाता है कि पानी का प्रवाह और मछलियों की मौजूदगी घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है।

पानी को समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है, और जब इसमें रंग-बिरंगी मछलियां तैरती हैं, तो ये खुशहाली का संकेत देती हैं। लेकिन इसके लिए एक्वेरियम को सही जगह पर रखना बहुत जरूरी है। गलत दिशा में रखने से नुकसान भी हो सकता है।

एक्वेरियम रखने की सही दिशा

वास्तु के मुताबिक, फिश एक्वेरियम को घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रखना सबसे अच्छा माना जाता है। इस दिशा को जल तत्व से जोड़ा जाता है, जो धन और समृद्धि को आकर्षित करता है।

अगर आप इसे लिविंग रूम में रखना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि ये उत्तर या पूर्व दिशा में ही हो। ऐसा करने से घर में सकारात्मकता बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच रिश्ते भी मजबूत होते हैं।

लेकिन ध्यान रखें कि इसे कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में न रखें, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है।

मछलियों की संख्या और रंग का महत्व

क्या आप जानते हैं कि एक्वेरियम में मछलियों की संख्या और उनका रंग भी वास्तु में मायने रखता है? वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि एक्वेरियम में हमेशा 9 मछलियां रखनी चाहिए। इनमें से 8 मछलियां लाल या सुनहरे रंग की और 1 काले रंग की होनी चाहिए।

ऐसा करने से घर में धन का आगमन होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। काली मछली को बुरी नजर से बचाने वाला माना जाता है। अगर कोई मछली मर जाए, तो उसे तुरंत हटाकर नई मछली लें, ताकि ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।

बेडरूम में एक्वेरियम रखना सही या गलत?

कई लोग अपने बेडरूम को खूबसूरत बनाने के लिए वहां फिश एक्वेरियम रखते हैं। लेकिन वास्तु के हिसाब से ये ठीक नहीं है। बेडरूम में पानी का कोई भी सामान, जैसे एक्वेरियम, रखने से नींद में खलल पड़ सकता है और तनाव बढ़ सकता है।

वास्तु में पानी को गतिशील ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, जो सोने की जगह के लिए सही नहीं है। इसलिए बेहतर होगा कि इसे लिविंग रूम या ड्राइंग रूम तक ही सीमित रखें।

एक्वेरियम की देखभाल भी है जरूरी

वास्तु में सिर्फ एक्वेरियम रखना ही काफी नहीं है, उसकी साफ-सफाई का भी ध्यान रखना पड़ता है। अगर पानी गंदा हो या एक्वेरियम में काई जम जाए, तो ये घर में नकारात्मकता ला सकता है।

नियमित रूप से पानी बदलें और मछलियों को स्वस्थ रखें। एक साफ-सुथरा एक्वेरियम ही सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बनता है।

इसके अलावा, एक्वेरियम का आकार भी ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए, वरना ये घर की ऊर्जा को असंतुलित कर सकता है।

क्या हैं फायदे और नुकसान?

फिश एक्वेरियम रखने के कई फायदे हैं। ये न सिर्फ घर को आकर्षक बनाता है, बल्कि तनाव को कम करने में भी मदद करता है। वास्तु के हिसाब से सही जगह पर रखा एक्वेरियम धन, स्वास्थ्य और खुशहाली को बढ़ाता है।

लेकिन अगर इसे गलत दिशा में रखा जाए या इसकी देखभाल न की जाए, तो ये नुकसानदायक भी हो सकता है। इससे घर में कलह, आर्थिक परेशानी और स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं। इसलिए वास्तु के नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है।

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