कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर बड़ा दावा करके सियासी हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची से वोटरों के नाम फर्जी लॉग-इन के जरिए हटाए गए हैं। राहुल ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहे हैं। उनका दावा है कि खासतौर पर महिलाओं, दलितों और आदिवासियों के वोट चोरी किए गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के समर्थकों को निशाना बनाकर उनके नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं।
‘हाइड्रोजन बम’ का जिक्रराहुल गांधी ने एक प्रेजेंटेशन से पहले सनसनीखेज बयान दिया कि ‘ये हाइड्रोजन बम नहीं है, असली हाइड्रोजन बम तो अभी आएगा!’ उन्होंने देश के युवाओं को यह दिखाने की कोशिश की कि चुनावों में किस तरह हेराफेरी हो रही है। इससे पहले बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान भी राहुल ने इस मुद्दे को उठाया था। तब उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर और सबूत पेश करेगी। इस दौरान उन्होंने इस सनसनीखेज दावे को ‘हाइड्रोजन बम’ की संज्ञा दी थी।
चुनाव आयोग और बीजेपी का जवाबराहुल गांधी के इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है। आयोग ने उनके प्रेजेंटेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये आरोप पूरी तरह गलत और बेबुनियाद हैं। आयोग ने साफ किया कि मतदाता सूची में किसी तरह की हेराफेरी का कोई सबूत नहीं है। वहीं, बीजेपी ने भी राहुल के दावों को खारिज करते हुए इन्हें झूठा और आधारहीन बताया है। बीजेपी का कहना है कि ये आरोप सिर्फ सियासी हंगामा खड़ा करने की कोशिश हैं।
You may also like
बांग्लादेश: बीएनपी ने चुनाव में 'पीआर प्रणाली' को लोकतंत्र के लिए बताया खराब, आखिर ये है क्या?
समीर मोदी मामले की सुनवाई बंद कमरे में होगी, साकेत कोर्ट का बड़ा फैसला
भारत अगले वर्ष 50-70 अरब डॉलर का निवेश करेगा आकर्षित, म्यूचुअल फंड और एसआईपी की निरंतर भागीदारी बनेगी वजह : जेफरीज
पड्डिकल-जुरेल ने जड़े शतक, भारत-ए ने ऑस्ट्रेलिया-ए को दिया करारा जवाब
SM Trends: 19 सितंबर के शानदार Tweet और Video के बारे में यहां जाने, जो काफी तेजी से हो रहे हैं वायरल