हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए लोगों को राहत दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY), मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना और मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत मिलने वाले घरों और 100 गज तक के छोटे आवासीय भूखंडों पर स्टांप शुल्क को पूरी तरह माफ करने की घोषणा की है। यह कदम गरीब और मध्यम वर्ग के लिए घर खरीदना और आसान बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
स्टांप शुल्क माफी की घोषणाहरियाणा विधानसभा में बोलते हुए सीएम सैनी ने कहा कि अब इन योजनाओं के लाभार्थियों और छोटे भूखंडों के मालिकों को स्टांप शुल्क का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। यह फैसला उन लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है जो अपने सपनों का घर बनाने की कोशिश में जुटे हैं। इस कदम से न सिर्फ आर्थिक बोझ कम होगा, बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे।
कानून-व्यवस्था पर सख्त रुखइससे एक दिन पहले, विधानसभा सत्र के दौरान सीएम सैनी ने अपनी सरकार के कानून-व्यवस्था के रिकॉर्ड का जोरदार बचाव किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कानून का राज है और किसी भी अपराधी को, चाहे वह कितना भी रसूखदार क्यों न हो, बख्शा नहीं जाएगा। सैनी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि वे जानबूझकर विधानसभा अध्यक्ष के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं और चुनिंदा आरोपों से जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार के कार्यकाल में हरियाणा में अपराध की दर में लगातार कमी आई है।
अपराध पर “जीरो टॉलरेंस” की नीतिसीएम सैनी ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने 18 अक्टूबर, 2024 को अपनी पहली कैबिनेट बैठक में ही अपराध के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई थी। उन्होंने अपराधियों को चेतावनी दी कि या तो वे सुधर जाएं, नहीं तो राज्य उन्हें सुधार देगा। सैनी ने कहा, “हरियाणा में कानून का बोलबाला है, कैदियों का नहीं।” उन्होंने यह भी बताया कि पहले कांग्रेस शासन में बाधित रहने वाली एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया अब पारदर्शी हो गई है, जिससे लोगों का पुलिस पर भरोसा बढ़ा है।
आंकड़ों से साबित की बातमुख्यमंत्री ने आंकड़ों के जरिए अपनी बात को और पुख्ता किया। उन्होंने दावा किया कि बीते दस सालों में भाजपा सरकार के दौरान बड़े अपराधों में कमी आई है, जबकि कांग्रेस के दस साल के शासन में अपराध की दर बढ़ी थी। सैनी ने बताया कि 2004 से 2014 तक कांग्रेस के शासन में बलात्कार के मामले तीन गुना बढ़ गए थे, जो 2004 में 386 थे और 2014 तक 1,174 हो गए।
कांग्रेस पर हमला और बेटी बचाओ का जिक्रसैनी ने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले हरियाणा पर कन्या भ्रूण हत्या का शर्मनाक दाग लगा था। लेकिन 22 जनवरी, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान शुरू किया, जिसके बाद हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार हुआ। यह अनुपात 1,000 लड़कों पर 871 लड़कियों से बढ़कर 910 हो गया। सैनी ने गर्व से कहा, “हमारी सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या के इस कलंक को मिटा दिया।”
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